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Max Lab
Feb 14, 2025
स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित और सुरक्षित भोजन आवश्यक है, लेकिन कई बार दूषित भोजन के सेवन से भोजन विषाक्त (Food Poisoning) की समस्या हो सकती है। यह एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जो दूषित भोजन या पानी के कारण होती है। इसे फूड पॉइजनिंग भी कहा जाता है।
इस ब्लॉग में हम जानेंगे फूड पॉइजनिंग क्या है, फूड पॉइजनिंग के लक्षण, फूड पॉइजनिंग किसके कारण होता है और फूड पॉइजनिंग का घरेलू इलाज क्या हो सकता है।
फूड पॉइजनिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति ऐसे भोजन या पेय पदार्थ का सेवन करता है जो बैक्टीरिया, वायरस, फंगस या टॉक्सिन से दूषित हो। यह समस्या हल्की से लेकर गंभीर तक हो सकती है और कभी-कभी अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत भी पड़ सकती है।
भोजन विषाक्त होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
फूड पॉइजनिंग के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर हो सकते हैं और ये व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली और संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करते हैं। कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
यदि लक्षण 48 घंटे से अधिक समय तक बने रहें, बार-बार उल्टी हो या मल में खून आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अगर फूड पॉइजनिंग हल्की है, तो कुछ घरेलू उपचार अपनाकर इसे ठीक किया जा सकता है:
अदरक पाचन तंत्र को मजबूत करता है और संक्रमण को कम करने में मदद करता है। एक चम्मच अदरक के रस में शहद मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
नींबू में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो खाद्य विषाक्तता के बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं। गुनगुने पानी में नींबू निचोड़कर दिन में 2-3 बार पिएं।
यह पेट में एसिड को संतुलित रखता है और बैक्टीरिया को खत्म करता है। एक चम्मच सेब के सिरके को गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं।
तुलसी और पुदीना में प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पेट को राहत देते हैं। तुलसी की पत्तियों का रस शहद के साथ लें। पुदीने की चाय बनाकर पी सकते हैं।
दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं और फूड पॉइजनिंग से राहत दिलाते हैं। एक कटोरी दही खाएं या छाछ पिएं।
यह शरीर को हाइड्रेट करता है और इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखता है। दिन में 2-3 बार ताजा नारियल पानी पिएं।
केले में पोटैशियम अधिक होता है, जिससे शरीर को कमजोरी से उबरने में मदद मिलती है। फूड पॉइजनिंग के दौरान और बाद में केले का सेवन करें।
भोजन विषाक्त यानी फूड पॉइजनिंग एक आम समस्या है, लेकिन यदि सही समय पर घरेलू उपचार किए जाएं, तो इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। हालांकि, यदि लक्षण गंभीर हों, तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लेना आवश्यक है। सही खानपान और स्वच्छता अपनाकर फूड पॉइजनिंग से बचा जा सकता है। यदि आपको यह समस्या होती है, तो ऊपर बताए गए फूड पॉइजनिंग का घरेलू इलाज आजमाकर राहत पाई जा सकती है।
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